दक्षिणी राजस्थानी बोली को खा जाता है
Ans:- नीमाड़ी (मालवा की उप
मारवाड़ी और मालवी के सम्मिश्रण से उत्पन्न बोली है
Ans:- रांगड़ी
भीलों की बोली कहलाती है
Ans:- बागड़ी
राजस्थानी भाषा का आधुनिक काल कब से प्रारम्भ माना जाता है ?
Ans:- 1850
खेराड़ी किस क्षेत्र की बोली है ?
Ans:- बूँदी, शाहपुरा (भीलवाड़ा)
‘सुनारों की पारसी ’ से तात्पर्य है
Ans:- राजस्थान में प्रचलित सांकेतिक भाषा तथा बोली