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राजस्थान के साहित्य की प्रमुख रचनाएँ | Rajasthan ke saahity kee pramukh rachanaen

राजस्थान के साहित्य की प्रमुख रचनाएँ Rajasthan ke saahity kee pramukh rachanaen

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नमस्कार दोस्तों आज हम पढ़ेंगे राजस्थान के साहित्य की प्रमुख रचनाएँ | Rajasthan ke saahity kee pramukh rachanaen | इस पोस्ट को करते समय काफी सावधानी बरती गई है ताकि आप तक जो जानकारी पहुंच रही है वाह सत्यापित हो फिर भी हो सकता है लिखने में कोई त्रुटि हो गई हो | तो आप हमें कमेंट करके बता सकते। अगर आपको हमारा यह प्रयास अच्छा लगे तो प्लीज शेयर करो| हम आप सब के लिए प्रयास कर रहे हैं की उच्च क्वालिटी कंटेंट बेहतर प्रश्नों को संकलन किया जाए | ताकि आप अपनी परीक्षा में सत्र उम्मीद करते हैं | आज की हमारी यह पोस्ट आपकी तैयारी में आपका ज्ञान वर्धन करने में सहायता करेगी |

राजस्थानी भाषा की उत्पत्ति शौरसेनी के गुर्जर अपभ्रंश से मानी जाती है प्रसिद्ध इटालियन विद्वान एवं भाषा शास्त्री डॉ. एल पी तेस्सीतोरी ने राजस्थानी की उत्पत्ति शौरसेनी अपभ्रंश से, सर जॉर्ज अब्राहम ग्रियर्सन डॉक्टर पुरुषोत्तम मेनारिया ने नागर अपभ्रंश से मानी है तथा श्री कन्हैयालाल माणिकलाल मुंशी एवं मोती लाल मेनारिया राजस्थानी की उत्पत्ति गुर्जरी अपभ्रंश से मानते हैं सर्वप्रथम राजस्थानी शब्द का प्रयोग जॉर्ज अब्राहम ग्रियर्सन ने 1912 ईस्वी में अपनी पुस्तक Linguistic survey  of India में किया |

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प्रमुख रचनाओ से सम्बन्धित महत्वपूर्ण तथ्य

राजस्थान के साहित्य की प्रमुख रचनाएँ

Note :-

1. पृथ्वीराज रासौ :- कवि चन्दबरदाई

 

2. पृथ्वीराज विजय :- जयानक

3. पद्मावतःमलिक मोहम्मद जायसी

4. विजयपाल रासौ :- नल्लसिंह

5. वेलि किसन रूकमणि री :- पृथ्वीराज राठौड़

6.  विरूद छतहरी, किरतार बावनी :- कवि दूरसा आढा

7. आईने अकबरी और अकबर नामा : अबुल फजल

8. कनक सुन्दरी/ केसर विलासशिवचन्द भरतिया

9. अचलदास खीची री वचनिका:- शिव दास गाडण

10. वंशभास्करसूर्यमल्ल मिश्रण

 11. वीर सतसई: – सूर्यमल्ल मिश्रण

12. वीर विनोद :- कविराज श्यामलदास दधिवाड़िया

13. चेतावनी रा चुँगटिया :- केसरीसिंह बारहठ  

14. रूकमणी हरण :- नागदमण सायांजी झूला

15. राव जैतसी रो छंद :- बीठू सूजाजी

16. रणमल छंद :- श्रीधर व्यास

17. शारंगधर संहिता :- शारंगधर

18. बीसलदेव रासौ :- नरपति नाल्ह

19. राजस्थान के रणबांकुरे :- राजेन्द्र सिंह राठौड़

20. बिहारी सतसई :- महाकवि बिहारी

21. बांकीदास री ख्यात :-  बांकीदास

22. कुवलयमाला :- उद्योतनसूरी

23. प्राचीन लिपिमाला, राजपूताने का इतिहास :- पं. गौरीशंकर ओझा

 24. हम्मीर महाकाव्य :- नयनचन्द्र सूरी

25. दयालदास री ख्यात :- दयालदास सिंढायच

25. हम्मीर रासौ :- शारंगधर (जोधराज)

26. ढोला मारू रा दूहा :- कवि कल्लोल

27. मुहणोत/भूता नैणसी री ख्यातमारवाड़ रा परगना री विगत  :-  मुहणौत नैणसी

28. राजरूपक :  वीरभाण

29. तारीखउलहिन्द :- अलबरूनी

30. तारीखयामिनी :- अल उतबी 

31. तारीखअलाई/ खजाईनुलफुतुह :- अमीर खुसरा

32. Linguistics Survey of India – जॉर्ज अब्राहम ग्रियर्सन

33. संगत सिंघ रासौगिरधर आसिया

34. खुमाण रासौदलपत विजय

35.  राणा रासौ –  दयाल (दया राम)

36. शत्रुसाल रासौडूंगर सिंह

37. गजगुण रूपक, अमरसिंह जी रा दूहाकेशवदास गाडण

अन्य महत्वपूर्ण पुस्तकें

38. तारीखफरिश्ता –  मुहम्मद कामिस फरिश्ता

39. तजुकजहाँगीरी – मुगल सम्राट जहाँगीर

40. हुमायूंनामा गुलबदन बेगम

41. कान्हड़दे प्रबंध, हम्मीरायण – पद्मनाभ

कान्हड़दे प्रबंध के रचयिता जालौर रियासत के शासक अखैराज सोनगरा के दरबारी कवि पदमनाभ है। इसमें जालौर के वीर सोनगरा चैहान शासक कान्हड़देवे अलाउद्धीन खिलजी  के मध्य हुए युद्ध का वर्णन है।

Major works of literature of Rajasthan,

42. रूठी रानी – केसरी सिंह बारहठ

43. राव जैतसी रो छंद – बीठु सूजा जी

44. हालां झाला री कुण्डलियाँ ईसरदास बारहठ

45. बेलि किसण रूकमणि री राठौड़ पृथ्वीराज

46. लीलटांस – कन्हैयालाल सेठिया

47. हूँ गोरी किव पींव री – यादवेन्द्र शर्मा चन्द्र

48. पातल पीथल – कन्हैयालाल सेठिया

49. राजस्थानी कहावतां – मुरलीधर व्यास

50. पगफैरो – मणि मधुकर

51. सूरज प्रकाश –  करणदान

52. नरसी जी रो मायरौ – रतना खाती

53. एकलिंग महाकाव्य – महाराणा कुंभा

54. भारतेश्वरबाहुबलि घोर वज्रसेन सूरी

55. प्रबन्ध कोष , कर्पूर मंजरी –  राजशेखर

56. डिंगल कोष – मुरारीदान

57. विरूद छहतरी –  दुरसा ओढा

58. बातां री फुलवारी – विजयदान देथा

59. सगत रासौ –  गिरधर आसिया

60. हरिकेलि नाटक – विग्रहराज चतुर्थ

61. आर्ष रामायण –  साहिबुद्दीन, मनोहर

62. धरती धौरां री – कन्हैयालाल सेठिया

63. सबद –  कन्हैयालाल सेठियाrajasthan gk

64. निग्रंथ – कन्हैयालाल सेठिया

65. प्रलय प्रतीक्षा नमो नमः हीरालाल शास्त्री

66. जो देश के लिए जिए –  शंकर सहाय सक्सेना

67. राजस्थानी शब्दकोश –  सीताराम लालस

68. टाबरां री बातां – लक्ष्मी कुमारी चूड़ावत

69. What are Indian States – विजय सिंह पथिक

70. ट्रेवल्स इल वेस्टर्न इण्डिया कर्नल जेम्स टॉड

71. अजीतोदय (जोधपुर नरेश अजीतसिंह का वर्णन) – पण्डित जगजीवन 

72. वचनिका राठौड़, रतनसिंह महेदासोत राठौड़, सोतरी (रतनरासौ) –  जग्गा खिड़िया

73. राजिया रा दुहा –  कृपाराम खिड़िया

74. भाषा भारथ (महाभारत का डिंगल में अनुवाद )खेतसी साई

Rajasthan Literature Texts and Books

75. जसवंत जसो भूषण (अधिक अलंकारो का प्रयोग)मुरारीदास –  ( जोधपुर जसवंतसिह II – का दरबारी कवि)

76. कायम रासौजानकवि न्यायत खां फतेहपुर (सीकर) के (कायमखानी नवाब)

77. ढोला मारू री चौपाई / ढोला मारवणी री चैपाई –  कुशललाभ  

78. हरि पिंगल प्रबन्धजोगीदास

79. अमल रा औगुण ,दारू रा दौस,भजन री महिमा –  उमरदान

80. नागर समुच्चय भक्त

81. हम्मीर हठ , सर्जन चरित चन्द्रशेखर

83. राजपुताने का इतिहास –  पं. गौरीशंकर ओझा

84. अकबरनामाअबुल फजल

85.  अनूप विलास  – मणिराम

86. अनूप संगीत रत्नाकर – भाप भट्ट

87. पाबूजी रा छंद –  बिठू मेहा

88. बीकानेर रा राठौड़ री  ख्यात – दयालदास सिडयाच
89. सूरजप्रकाश – कविया करणीदान

90. राजविनोदभट्ट सदाशिव

91.  माधवानल चौपाई – कुशललाभ

92. बृजनिधि ग्रंथावलिजयपुर महाराजा प्रतापसिंह कच्छवाह

93. तारीख-ए-फिरोजशाही जियाउद्धीन बरनी

94. तारीख-ए-शेरशाही – अब्बास खां सरवानी

शेरशाह सूरी एवं मारवाड़ के शासक राव मालदेव के सन 1544 ई में हुए गिरी सुमेल के युद्ध का वर्णन किया गया है।

95. सिरोही राज्य का इतिहास – पं. गौरीशंकर हीराचंद ओझा

96. राग मंजरी , राग चंद्रोदय – पुण्डरीक विठ्ठल

100. भट्टि काव्य भट्टि

101. अमरकाव्य वंशावली रणछोड़दास भट्ट

102. गीत गोविन्द  – जयदेव

103. कथा सरित्सागर – सोमदेव

104. राजतरंगिणी  – कल्हण

105. शिशुपाल वध – महाकवि माघ

106. मेरुतुंग – प्रबंध चिंतामणि 

आधुनिक राजस्थानी साहित्य

सूर्यमल्ल मिश्रण वंश भास्कर,वीर मतराई,बलवन्त विलास,सती राखौ,छंद मयूख,राम रंजाट|

कन्हैयालाल सेठिया (चुरू) पातळ एवं पीथळ, धरती धोरां री, लीलटांस, रमणियां रा सोरठा, गळगचिया, मींझर, कूंकंऊ , नीग्रंथ ।

कन्हैया लाल सेठिया द्वारा रचित पाथल और पीथल लोकप्रिय व वीर रस पर आधारित है प्रताप पृथ्वीराज राठौड़ के संवाद का वर्णन किया गया है

यादवेन्द्र शर्मा (चन्द्र

मणि मधुकरउपन्यास – पगफैरों, सुधि सपनों के तीर, सफेद मेमने,रसगंधर्व (नाटक), खेला पालेमपुर (नाटक)

रांगेय राघव –   घरोंदे,  मुर्दों का टीला मोहनजोदड़ो , कब तक पुकारूं, आखिरी आवाज , काका

विजयदान देथा (बिज्जी)  – उपन्यास – दुविधा (प्रथम फिल्म), टिडो राव [H1] , मां रो लाडलो,लाजवंती, सपन प्रिया,अंतरालमां रौ बदलौ। कहानियाँ- अलेखु हिटलर, बाताँ री फुलवारी ।

नारायण सिंह भाटी  – कविता संग्रह – साँझ, दुर्गादास, परमवीर, ओल्युं , मीरा, बरसा रा डिगोडा  डूंगर लाँघिया ।

श्री लाल नथमल जोशी  – आभैपटकी, एक बीनणी दो बींद, धोरा री  धोरी , पड्योड़ी कुंवारी , सबड़का , मैं  दी कनीर अर गुलाब ।

राजस्थान के प्रमुख साहित्यकार एवं उनकी रचनाएँ राजस्थान

स्व. हमीदुल्ला –  नाटक दरिन्दे, ख्याल, भारमली एक मुछा और इनका नवम्बर, 2001 में निधन हो गया।

लक्ष्मी कुमारी चूडावत मँझली रात, मूमल, बाघो भारमली, कै रे चकवा बात , टाबरां  री  बातां , ऊँचा गढ़ा , गिर ऊँचा |

रेवतदान चारण – नेहरू न ओळमो , बरखा बींनणी |

शिवचन्द भरतिया  कनक सुन्दरी, केसर विलास, विश्रांत प्रवास |

चंद्रसिंह बिरकाळी – लू, डाफर, बादली, कालजे री कौर,साँझ , बाल्साद , कह मुकुरनी , मेघदूत

चन्द्रप्रकाश देवल –  पागी, बोलो माधवी ।

मेघराज मुकुलसैनाणी ।

सीताराम लालसराजस्थानी शब्दकोष|

चन्द्रधर शर्मा गुलेरी  – “उसने कहा था

सत्यप्रकाश जोशीराधा- युद्ध विरोधी काव्य ( महाभारत का युद्ध रोकने के लिए) , बोल भारमली (महिला सशक्तिकरण) |

जहूर खां  मेहर – राजस्थानी संस्कृति रा चितराम , अर्जुन आली आंख , घर मंगला घर कोसा |

कर्नल जेम्स टॉड1829 ई. में Annals and antiquities of Rajasthan’ (Western an Northers Rajpoot States of India) ग्रन्थ लिखा तथा 1839 ई. में ‘Travels in Western India’ की रचना की। इन्हें राजस्थान के इतिहास लेखन का पितामहकहा जाता है।

एल.पी. तेस्सितोरी इटली में 1887 में जन्मे तेस्सितोरी जुलाई, 1914 में राजस्थान आये। बीकानेर इनकी कर्मस्थली रहा। बीकानेर का प्रसिद्ध म्यूजियम इन्हीं की देन है। बीकानेर महाराजा गंगासिंह जी ने इन्हें राजस्थान के चारण साहित्य के सर्वेक्षण एवं संग्रह का कार्य सौंपा था, जिसे पूर्ण कर इन्होंने अपनी रिपोर्ट दी तथा राजस्थानी चारण साहित्य- एक ऐतिहासिक सर्वे तथा पश्चिमी राजस्थानी व्याकरण नामक पुस्तकें लिखीं।

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 [H1]राजस्थानी की प्रथम जेब में रखने लायक पुस्तक,

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