इस पोस्ट में विज्ञान के महत्वपूर्ण टॉपिक धातुओं के रासायनिक गुणधर्म | Chemical Properties of Metalsके बारे में जानकारी दी गयी है | धातु, धातुओं के रासायनिक गुणधर्म, उभयधर्मी ऑक्साइड ,धातुओं के साथ ऑक्सीजन की अभिक्रिया, धातुओं की जल के साथ अभिक्रिया, धातुओं की अम्लों के साथ अभिक्रिया व एनोडीकरण आदि कक्षा 10 वी की परीक्षा में आने वाले महत्वपूर्ण टॉपिक है | यह टॉपिक कक्षा 10 वी साइंस का chapter – 3 “धातु और अधातु” से लिया गया है |
धातुओं का दहन (Combustion of Metals)
धातु + ऑक्सीजन → धातु ऑक्साइड
4Na + O2 → 2Na2O
4K + O2 → 2K2O
2Zn + O2 → 2ZnO
2Mg + O2 → 2MgO
धातु ऑक्साइड + जल → धातु हाइड्रोक्साइड
Na2O + H2O → 2NaOH
K2O + H2O → 2KOH
Note – वे धातु हाइड्रोक्साइड जो जल में घुलनशील होते हैं उन्हें क्षार कहते हैं |
उदाहरण – सोडियम हाइड्रोक्साइड (NaOH), पोटेशियम हाइड्रोक्साइड (KOH), कैलशियम हाइड्रोक्साइड {Ca(OH)2 }
उभयधर्मी ऑक्साइड (Aphoteric Oxide)
वे धातु ऑक्साइड जो अम्ल व क्षारक के के साथ अभिक्रिया करके लवण + जल प्रदान करते है उन धातु ऑक्साइडों को उभयधर्मी ऑक्साइड कहते है |
Example –
एल्यूमीनियम ऑक्साइड (Al2O3)
जिंक ऑक्साइड (ZnO)
Al2O3 + 6HCl → 2AlCl3 + 3H2o
Al2O3 + 2NaOH → 2NaAlo2 + H2o
अतः धातु ऑक्साइड क्षारीय प्रकृति के होते हैं |
धातुओं के साथ ऑक्सीजन की अभिक्रिया
- पोटेशियम तथा सोडियम जेसी धातुएं इतनी तेजी से अभिक्रिया करती है | कि खुले रखने पर आग पकड़ लेती है | इसलिए इन्हें सुरक्षित रखने तथा आकस्मिक आग को रोकने के लिए केरोसिन के तेल में डुबोकर रखा जाता है |
- सामान्य ताप पर मैग्नीशियम, एल्युमीनियम, जिंक, लैड आदि जैसी धातुओं की सतह पर ऑक्साइड की पतली परत चढ़ जाती है | ऑक्साइड की यह परत धातु को पुनः ऑक्सीकरण से सुरक्षित रखती है | गर्म करने पर आयरन का दहन तो नहीं होता है लेकिन जब बर्नर की ज्वाला में लोहे चूर्ण डालते हैं तो वह तेजी से जलने लगता है , कॉपर का दहन तो नहीं होता लेकिन गरम धातु पर कॉपर ऑक्साइड की काले रंग की परत चढ़ जाती है |
- सिल्वर एंड गोल्ड अत्यंत अधिक ताप पर भी ऑक्सीजन के साथ अभिक्रिया नहीं करते हैं |
एनोडीकरण (Anodization)
- एनोडीकरण एल्युमीनियम पर मोटी ऑक्साइड की परत बनाने की प्रक्रिया है |
- वायु के संपर्क में आने पर एल्युमीनियम पर ऑक्साइड की पतली परत का निर्माण होता है |
- एल्युमीनियम ऑक्साइड की परत इसे संक्षारण से बचाती है | इस परत को मोटा करके इसे संक्षारण से अधिक सुरक्षित किया जा सकता है |
- एनोडीकरण के लिए एल्युमीनियम की एक वस्तु को एनोड बनाकर तनु सल्फ्यूरिक अम्ल के साथ इस का विद्युत अपघटन किया जाता है |
- एनोड पर उत्सर्जित ऑक्सीजन गैस एलुमिनियम के साथ अभिक्रिया करके ऑक्साइड की मोटी परत बनाती है |
- इस ऑक्साइड की परत को आसानी से रंग कर एलुमिनियम की आकर्षण वस्तुएं बनाई जा सकती है |
- एलुमिनियम पर मोटी ऑक्साइड की परत एलुमिनियम को संक्षारित होने से या जंग लगने से बचाती है उसे एनोडीकरण कहते हैं |
धातुओं की जल के साथ अभिक्रिया
धातु + जल → धातु ऑक्साइड
धातु ऑक्साइड + जल → धातु हाइड्रोक्साइड
धातुओं की ठंडे जल के साथ अभिक्रिया –
Reaction –
2Na + 2H2O → 2NaOH + H2
2K + 2H2O → 2KOH + H2
- जब सोडियम और पोटेशियम को जल के अंदर डाला जाता है तो यह जल से अभिक्रिया करके क्षारक व हाइड्रोजन गैस का निर्माण करती हैं | साथ में इस अभिक्रिया में ऊर्जा निकलती है |
- इस कारण इस अभिक्रिया में उत्पन्न होने वाली हाइड्रोजन गैस प्रज्वलित होते हुए दिखाई देती है | इसलिए इस अभिक्रिया में यह महसूस होता है कि सोडियम और पोटेशियम जल के साथ अभिक्रिया करके आग पकड़ लेती है |
धातुओं की गर्म जल के साथ अभिक्रिया –
Reaction –
Ca + 2H2O → Ca(OH)2 + H2
Mg + 2H2O → Mg(OH)2 + H2
- कैल्शियम व मैग्नीशियम शीतल जल के साथ अभिक्रिया नहीं करता है , परंतु गर्म जल के साथ अभिक्रिया करके कैल्शियम हाइड्रोक्साइड व मैग्निशियम हाइड्रोक्साइड + H2 गैस उत्पन्न करता है |
- इन सभी अभिक्रियाओं में उत्पन्न हाइड्रोजन गैस (जल के बुलबुले) इन धातुओं के साथ चिपक कर जल की सतह पर तैरने में सहयोग करते हैं |
धातुओं की भाप के साथ अभिक्रिया –
Reaction –
2Al + 3H2O → Al2O3 + 3H2
3Fe + 4H2O → Fe3O4 + 4H2
Zn + H2O → ZnO + H2
- एल्युमीनियम (Al), जिंक (Zn), आयरन (Fe) जैसी धातुएं न तो ठंडे जल और ना ही गर्म जल के साथ अभिक्रिया करती है , परंतु भाप के साथ अभिक्रिया करके धातु ऑक्साइड व हाइड्रोजन गैस उत्पन्न करती हैं |
- कॉपर (Cu), सिल्वर (Ag), लैड (Pb), ओरम (Au) जेसी धातुएं किसी भी प्रकार के जल के साथ अभिक्रिया नहीं करती है | ये मुक्त अवस्था में पाई जाती है |
धातुओं की अम्लों के साथ अभिक्रिया
धातु + अम्ल → लवण + H2
Mg + H2So4 → MgSo4 + H2
Ca + H2So4 → CaSo4 + H2
4Al+ HCl → 2Al2Cl3 + 3H2
Fe + H2So4 → FeSo4 + H2
Zn + H2So4 → ZnSo4 + H2
बुलबुले बनने की दर के आधार पर धातुओं की क्रियाशीलता का क्रम –
कैल्शियम > मैग्नीशियम > आयरन > जिंक
Ca > Mg > Fe > Zn
एक्वारेजिया (अम्लराज)
तीन भाग हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (HCl) और एक भाग नाइट्रिक अम्ल (HNO3) मिलकर एक्वारेजिया का निर्माण करते हैं | उदाहरण – सोने (Au) को ग्लाने में |
उपरोक्त पोस्ट में धातुओं के रासायनिक गुणधर्म | Chemical Properties of Metals के बारे में विस्तृत जानकारी दी हुई है | इसके अतिरिक्त अगर आप विज्ञान के और भी अध्यायों का अध्यन करना चाहे तो आप हमारी वेबसाइट पर कर सकते है कुछ महत्वपूर्ण लिंक निचे दिए है |
FAQs
Question 1. उभयधर्मी ऑक्साइड किसे कहते है ?
Answer – वे धातु ऑक्साइड जो अम्ल व क्षारक के के साथ अभिक्रिया करके लवण + जल प्रदान करते है उन धातु ऑक्साइडों को उभयधर्मी ऑक्साइड कहते है |
Question 2. धातु किसे कहते हैं ?
Answer – वे तत्व या परमाणु जो इलेक्ट्रॉन त्याग कर धनायन बनाते हैं धातु कहलाते हैं |
Question 3. एनोडीकरण किसे कहते है ?
Answer – एलुमिनियम पर मोटी ऑक्साइड की परत एलुमिनियम को संक्षारित होने से या जंग लगने से बचाती है उसे एनोडीकरण कहते हैं |
Question 4. कौनसी धातुएँ ठंडे जल के साथ अभिक्रिया करती है ?
Answer – सोडियम (Na) और पोटेशियम (K)
Question 5. कौनसी धातुएँ गर्म जल के साथ अभिक्रिया करती है ?
Answer – कैल्शियम (Ca) व मैग्नीशियम (Mg)
Question 6. कौनसी धातुएँ भाप के साथ अभिक्रिया करती है ?
Answer – एल्युमीनियम (Al), जिंक (Zn), आयरन (Fe)
Question 7. एक्वारेजिया का निर्माण कैसे होता है ?
Answer – तीन भाग हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (HCl) और एक भाग नाइट्रिक अम्ल (HNO3) मिलकर एक्वारेजिया का निर्माण करते हैं |
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