राजस्थान का एकीकरण
जब भारत में विभाजन की घोषणा की थी तब भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम 1947 के आठवें अनुच्छेद में सभी देसी रियासतों को अपना निर्णय लेने का अधिकार दिया गया था वह भारत पाकिस्तान या फिर स्वतंत्र भी रह सकते हैं |
15 अगस्त 1947 को जब भारत आजाद हुआ तो डूंगरपुर भरतपुर अलवर जोधपुर इन सभी रियासतों ने किसी के भी साथ नहीं मिलने और स्वतंत्र रहने का निर्णय लिया था जबकि उदयपुर बीकानेर तथा कोटा रियासत भारत संघ के साथ मिलने का निर्णय लिया था

उस समय इन सभी शर्तों को पूरा करने वाले राजस्थान में केवल चार अध्याय जोधपुर बीकानेर उदयपुर जयपुर थी
स्वतंत्रता से पहले वर्तमान राजस्थान 19 देसी रियासतों में विभाजित था
राजस्थान का एकीकरण राजस्थान के एकीकरण की शुरुआत सन 1948 से आरंभ हुई और 1956 तक संपन्न हुई राजपूताना की 19 रियासतें एवं तीन न क्षेत्र को साथ चरणों में एकीकृत किया गया
मार्च 1949 को राजस्थान का गठन हुआ
1. पहला चरण 18 मार्च
मत्स्य संघ का नामकरण – k.m मुंशी
रियासतें –लवर भरतपुर धौलपुर करौली
ठिकाने – नीमराना अलवर राजधानी अलवर
प्रधानमंत्री – शोभाराम कुवैत
उद्घाटन करता – श्री नरहरि विष्णु गाडगिल
2. दूसरा चरण 25 मार्च 1948
पूर्व राजस्थान का निर्माण
दूसरे चरण में 25 मार्च 1948 को कोटा झालावाड़ बूंदी किशनगढ़ प्रतापगढ़ बांसवाड़ा डूंगरपुर एवं शाहपुर रियासतों का एकीकरण कर पूर्व राजस्थान का निर्माण किया गया इसकी राजधानी कोटा को तथा मानव शरीर गोमती हैं को राज प्रमुख बनाया गया तत्कालीन केंद्रीय खनिज एवं विद्युत मंत्री श्री नरहरि विष्णु गाडगिल ने किया था
3.तीसरा चरण 18 अप्रैल 1948
राजस्थान के एकीकरण के तीसरे चरण में पूर्व राजस्थान के उदयपुर रियासत को 18 अप्रैल 1948 को एक नया नाम संयुक्त राजस्थान रखा गया इसकी राजधानी उदयपुर और मेवाड़ महाराणा भूपाल सिंह को इसका राज प्रमुख कोटा के महाराज भूमि सिंह को उपराष्ट्र प्रमुख घोषित किया गया
संयुक्त राजस्थान
संयुक्त राजस्थान राजस्थान संघ कलश उदयपुर ठिकाना राजधानी उदयपुर
वरिष्ठ प्रमुख – महाराज भूमि सिंह
राज प्रमुख – महाराणा भूपाल सिंह
प्रधानमंत्री – माणिक्य लाल वर्मा
उप प्रधानमंत्री- गोकुलधाम असाव
उद्घाटन करता- पंडित जवाहरलाल नेहरू|
4. चौथा चरण 30 मार्च 1949
एकीकरण की प्रक्रिया के चौथे चरण में 14 जनवरी 1949 को सरदार वल्लभभाई पटेल ने जयपुर बीकानेर लव जोधपुर और जैसलमेर रियासत को राजस्थान के रूप में सम्मिलित होने की घोषणा की थी
राजस्थान दिवस 30 मार्च भारत राजस्थान संयुक्त राजस्थान प्लस जयपुर जोधपुर जैसलमेर बीकानेर
राजधानी– जयपुर
महाराज प्रमुख – महाराणा भूपाल सिंह
राज प्रमुख – सवाई मानसिंह
प्रधानमंत्री – हीरालाल शास्त्री
उद्घाटन करता – सरदार वल्लभाई पटेल
राजस्थान के एकीकरण के चौथे चरण में राजस्थान के पांच विभाग बनाए गए जो निम्न प्रकार है
न्याय विभाग- जोधपुर
शिक्षा विभाग- बीकानेर
वन विभाग- कोटा
कृषि विभाग – भरपुर
खनिज विभाग – उदयपुर
इन रियास्तो को प्रिवीपर्स इस प्रकार दिया गया था
जयपुर – 18 लाख
बीकानेर – 17 लाख
जोधपुर – 17.5 लाख
जैसलमेर – 18 लाख

5. पचवा चरण 15 में 1949
शंकरराव देव समिति किस वर्ष पर 15 में 1949 को मत्स्य संघ का राजस्थान में विलय कर देने के कारण संयुक्त विशाल राजस्थान का निर्माण हुआ आर के सिंह प्रभु दयाल स्मृति के सदस्य थे|
संयुक्त वृद्धि राजस्थान मत्स्य संघ वृद्धि राजस्थान
प्रधानमंत्री – हीरालाल शास्त्री
राजधानी – जयपुर राज
प्रमुख -सवाई मानसिंह
6. छठा चरण 26 जनवरी 1950
वर्तमान राजस्थान
राजस्थान के एकीकरण की प्रक्रिया जारी थी तब सिरोही सिरोही रियासत के शासक नाबालिक थे इसलिए सिरोही रियासत का कामकाज महारानी की अध्यक्षता में एजेंसी कैंसिल कर रही थी जिसका गठन भारत के सत्ता चरण के लिए किया गया इसके अतिरिक्त से रियासत ने 26 जनवरी 1950 को संयुक्त विशाल राजस्थान में विलय इसका नाम राजस्थान कर दिया गया 26 जनवरी 1950 को राजस्थान को राज्य बनाया गया
150 unit free Electricity 2025
7.सातवां चरण 1 नवंबर 1956
राजस्थान पुनर्गठन आयोग 1955 सदस्य फजल अली हरदिया नाथ कुंदरू के . एम . पैनिकर की सिफारिश को आधार मानकर 1 नवंबर 1956 को राज्य पुनर्गठन अधिनियम लागू किया गया अजमेर मेवाड़ अबू तहसील को राजस्थान में मिला दिया गया इस चरण में कुछ भाग इधर-उधर कर भौगोलिक सामाजिक त्रुटि सुधारी गई थी राजस्थान अपने वर्तमान रूप में 1 नवंबर 1956 को आया अधिनियम के द्वारा राज्यों के बीच के अंतर को समाप्त किया गया|
पुनर्गठन राजस्थान – संघ बाड़मेर मेवाड़ + सोनीपत + आबू दिलवाड़ा सिरनोज क्षेत्र
प्रधानमंत्री – मोहनलाल सुखाड़िया
राज्यपाल – गुरुमुख निहाल सिंह
राजस्थान एकीकरण की सारणी
चरण | मत्स्य संघ | राजस्थान संघ | संयुक्त राजस्थान | वृहद राजस्थान | वृहत्तर राजस्थान | राजस्थान संघ | वर्तमान राजस्थान |
स्थापना | 18 मार्च, 1948 ई | 25 मार्च, 1948 ई. | 18 अप्रैल, 1948 ई. | 3० मार्च, 1949 ई. | 15 मई, 1949 ई. | 26 जन., 1950 | 1 नवम्बर, 1956 ई. |
राजधानी | अलवर | कोटा | उदयपुर | जयपुर | जयपुर | जयपुर | जयपुर |
रियासते | अलवर, भरतपुर, धौलपुर, करौली | डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, शाहपुरा, किशनगढ़, टोंक, बूंदी, कोटा, झालावाड़ | राजस्थान संघ + उदयपुर ( 10+1 ) | संयुक्त राजस्थान + जयपुर, जोधपुर, जैसलमेर व बीकानेर + लावा ठिकाना | वृहद राजस्थान + मत्स्य संघ ( 18+3 ) | वृहत्तर राजस्थान + सिरोही, आबू दिलवाडा | राजस्थान संघ + आबू दिलवाड़ा + अजमेर मेरवाड़ा + सुनेल टप्पा – सिरोंज क्षेत्र |