RPSC Hindi 2nd Grade Teacher Syllabus 2022

RPSC 2nd Grade Teacher Syllabus 2022

RPSC Hindi 2nd Grade Teacher Syllabus 2022

RPSC Hindi 2nd Grade Teacher 1st Paper Syllabus 2022 – Click the link

RPSC Hindi 2nd Grade Teacher 2nd Paper Syllabus 2022

RPSC Hindi 2nd Grade Teacher की परीक्षा (2nd Paper) देने वाले परिक्षार्थियों के लिए परीक्षा पाठ्यक्रम यँहा दिया हुआ है | प्रश्न पत्र में सभी प्रश्न बहुविकल्पीय (Objective type) प्रकार के होंगे व सभी प्रश्नों के अंक समान होंगे । प्रत्येक गलत उत्तर के लिये 1/3 भाग ऋणात्मक अंकन (Negative Marking) किया जायेगा, और 2nd Grade Teacher का 2nd  पेपर 300 नंबर का होगा  इस पेपर के अंदर 150 प्रश्न पूछे जाएंगे | प्रत्येक एक प्रश्न 2 अंक का होगा, और समय 2 घंटे 30 मिनट (150 मिनट) का होगा |  और  परीक्षा में न्यूनतम उत्तीर्णाक 40 प्रतिशत निर्धारित हैं । इस परीक्षा में 2nd पेपर के लिए अलग अलग सब्जेक्ट के अनुसार सिलेबस भी अलग अलग ही होगायँहा पर हिन्दी पाठ्यक्रम से संबंधित प्रश्न पूछे जाएंगे | हिन्दी का सिलेबस निम्न प्रकार है:-     

खंड- ’                                                                                                                      180

माध्यमिक व उच्च माध्यमिक स्तर :-

  1. वर्ण-व्यवस्था – स्वर व व्यंजनों का वर्गीकरण
  2. शब्द-वर्गीकरण (स्रोत के आधार पर) – तत्सम, तद्भ्व, विदेशी
  3. शब्द-वर्गीकरण (व्याकरण आधारित) – विकारी एवं अविकारी शब्दों का परिचय और भेद-उपभेद
  4. व्याकरणिक कोटियां – लिंग, वचन, कारक, काल, वाच्य
  5. शब्द-रचना – संधि, समास, उपसर्ग व प्रत्यय।
  6. शब्द-ज्ञान – पर्यायवाची शब्द, विलोम शब्द, अनेकार्थ शब्द, समश्रुत  भिन्नार्थक शब्द, वाक्यांश के लिए एक शब्द
  7. वाक्य -रचना – वाक्य का स्वरूप, पदक्रम, अंग, भेद-उपभेद
  8. शब्द-शुद्धिकरण  
  9. वाक्य -शुद्धिकरण
  10. विराम चिह्नों का परिचय
  11. मुहावरे एवं लोकोक्तियाँ
  12. अपठित गद्यांश/पद्यांश आधारित प्रश्न           
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खंड-’                                                                                                                        80

स्नातक स्तर :-                                                     

(अ) शब्द शक्तियों के भेद व उदाहरण

  • काव्य की रीतियां, काव्य गुण, काव्यदोष (श्रुतिकटुत्व, ग्राम्यत्व, अप्रतीतत्व, क्लिष्टत्व, अक्रमत्व तथा दुष्क्रमत्व)
  • अलंकार – श्लेष, यमक, उपमा, रूपक, उत्प्रेक्षा, विभावना, असंगति, संदेह, भ्रांतिमान, विरोधाभास व मानवीकरण
  • छंद – दु्रतविलम्बित, हरिगीतिका, कवित्त, सवैया, दोहा, सोरठा व चौपाई
  • रस – रस का स्वरूप, रसावयव और रस-भेद

(ब) हिन्दी साहित्य का इतिहास – नामकरण, कालविभाजन,

  • आदिकाल – काव्य धाराएं, प्रवृत्तियां, प्रमुख रचनाएं एवं रचनाकार
  • भक्तिकाल – काव्य धाराएं, प्रवृत्तियां, प्रमुख रचनाएं एवं रचनाकार
  • रीतिकाल – काव्य धाराएं, प्रवृत्तियां, प्रमुख रचनाएं एवं रचनाकार    
  • आधुनिक काल – पद्य का विकास – भारतेंदु युग, द्विवेद्वी युग, छायावाद, प्रगतिवाद, नई कविता
  • आधुनिक काल – गद्य का विकास – कहानी, उपन्यास, नाटक, निबन्ध, संस्मरण

(स) हिन्दी भाषा का उद्भव एवं विकास, हिन्दी एवं उसकी बोलियों का सामान्य परिचय, देवनागरी लिपि

(द) कबीर ग्रन्थावली – साखी – प्रथम 5 अंग एवं प्रथम 10 पद (सं0 श्यामसुन्दर दास)

  • तुलसीदास – रामचरितमानस (बालकाण्ड)
  • सूरदास – भ्रमरगीतसार (प्रथम 20 पद – सं0 रामचन्द्र शुक्ल)
  • मीराबाई – मीरां पदावली (प्रथम 20 पद – सं0 परशुराम चतुर्वेदी)
  • बिहारी रत्नाकर – (प्रथम 20 दोहे)
  • सूर्यमल्ल मीसण (मिश्रण) -वीर सतसई (प्रथम 20 दोहे – सं0 नरोत्तमदास स्वामी, नरेन्द्र भानावत, लक्ष्मी कमल)
  • रामधारी सिंह दिनकर – कुरूक्षेत्र (प्रथम सर्ग)
  • जयशंकर प्रसाद – कामायनी (श्रद्धा सर्ग)
  • आचार्य रामचन्द्र शुक्ल- चिन्तामणि – (भाग-1) केवल उत्साह, श्रद्धा और भक्ति, लोभ और प्रीति
  • मोहन राकेश – लहरों के राजहंस
  • यादवेंद्र शर्मा चंद्र’ – खून का टीका
  • कहानियाँ – उसने कहा था – चन्द्रधर शर्मा गुलेरी
  • पूस की रात – प्रेमचंद
  • पटाक्षेप नहीं होगा – हेतु भारद्वाज
  • उजाले के मुसाहिब – विजयदान देथा
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खंड ’                                                                                                                                                                                40

हिन्दी शिक्षण एवं शिक्षण विधियाँ

(अ) भाषायी कौषलों के विकास हेतु निम्नांकित पक्षों के स्वरूप का षिक्षण- श्रवण, उच्चारण, वर्तनी, वाचन

      (सस्वर व मौन) अभिव्यक्ति (लिखित एवं मौखिक)

  • हिन्दी की विभिन्न विधाओं का षिक्षण, षिक्षण विधियाँ एवं पाठ योजना निर्माण (इकाई व दैनिक)      गद्य
  • षिक्षण, पद्य षिक्षण, व्याकरण षिक्षण, रचना षिक्षण, कहानी षिक्षण, नाटक षिक्षण

(आ) भाषा षिक्षण में निदानात्मक परीक्षण व उपचारात्मक षिक्षण   

  • भाषा षिक्षण में सहायक सामग्री का उपयोग
  • भाषा षिक्षण में मूल्यांकन- सतत् एवं समग्र मूल्यांकन, पाठान्तर्गत व पाठोपरांत मूल्यांकन

NOTE:- हिंदी के कुछ महत्वपूर्ण टॉपिक यंहा दिए हुए है, आप निचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके टॉपिक के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते है जिससे आपको प्रतियोगी परीक्षाओ में सहायता मिलेगी | और हिंदी के अन्य टॉपिकस के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए rajasthangyan.in पर क्लिक करे

 

                         FAQs About 2nd Grade Teacher     

Question 1. How many questions will be asked in the 2nd paper of RPSC Hindi   2nd Grade Teacher exam?

Answer – 150 question                       

Question 2. What will be the total marks of 2nd paper of RPSC Hindi 2nd Grade Teacher exam?

Answer – 300 marks

Question 3. How to Download RPSC Hindi 2nd Grade Syllabus pdf?

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Answer – Visit Official site rpsc.rajasthan.gov.in

                  

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