नमस्कार दोस्तों rajasthangyan.in में आपका स्वागत है आज हम मनोविज्ञान में विकास की अवस्था में शैशवावस्था (Infancy Period) अवस्था के बारे में पढ़ेंगे | इस पोस्ट में आप पढ़ेंगे शैशवावस्था की विशेषताएं (shaishavaavastha kee visheshataen)और उससे जुड़े मुख्य कथन और विभिन्न मनोविज्ञानिकों द्वारा दी गई अवधारणाएं | Psychology More Important Topics you can read here
शैशवावस्था ( Infancy Period) – जन्म से 6 वर्ष
Infancy Period (शैशवावस्था) को निम्न बातों से जाना जाता है –
- जीवन का सबसे महत्वपूर्ण काल ।
- भावी जीवन की आधार शिला।
- सीखने का आदर्श काल
- मन की मौजों में विचरण करने की अवस्था
- सीखने की आयु
- प्रिय लगने वाली अवस्था
- नाजुक अवस्था
- खतरनाक अवस्था
- संस्कारों के निर्माण की अवस्था
- खिलौनों की आयु
- अतार्किक चिन्तन की अवस्था
- घडने योग्य अवस्था
- नर्सरी स्कूल Age
- पूर्व विद्यालयी अवस्था
- टोली पूर्व आयु
- प्राथमिक विद्यालय की पूर्व तैयारी की अवस्था
शैशवावस्था में विकासात्मक कार्य व विशेषताएँ :
नोट : सर्वप्रथम विकासात्मक कार्य का सम्प्रत्यय शिकागो यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर हेविंगहर्ट द्वारा दिया गया।
→ विकासात्मक कार्य से तात्पर्य बालक की उम्र व अवस्था के अनुसार कार्य करने से है।
- शारीरिक व मानसिक विकास तीव्र गति से होता है।
- जिज्ञासा प्रवृत्ति
- सीमित मात्रा में कल्पना
- सीखने की प्रक्रिया में तीव्रता
- दूसरों पर निर्भर
- दूसरे शिशुओं के प्रति रूचि
- अनुकरण द्वारा सीखना
- दोहराने की प्रवृत्ति
- स्वार्थी व स्वकेन्द्रित
- क्षणिक मित्रता
- मित्रों की संख्या
- संवेगों का प्रदर्शन
- मूल प्रवृत्यात्मक व्यवहार
- नैतिक व सामाजिक भावना का अभाव
- न तो सामाजिक और न असामाजिक
- कहानियाँ सुनना व सुनाना
- 2 वर्ष की अवस्था तक मल-मूत्र विसर्जन के संकेत देना तथा 4 वर्ष की अवस्था तक मल-मूत्र विसर्जन पर नियंत्रण करना सीख जाता है।
- सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना आदि भाषायी कौशलों की आधारभूत समझ।
- अपनी संवेदनाओं (ज्ञानेन्द्रियों) व शारीरिक क्रियाओं के माध्यम से सीखना।
शैशवावस्था से सम्बन्धित महत्वपूर्ण कथन
- जीवन के पहले 4-5 वर्षों में बालक भावी जीवन की नींव रख लेता है – सिग्मंड फ्रॉयड
- शैशवावस्था सीखने का आदर्शकाल है – वैलेन्टाइन
- शैशवावस्था में सीखने की सीमा और तीव्रता विकास की ओर किसी अवस्था से बहुत अधिक होती है – वॉटसन
- व्यक्ति का जितना भी मानसिक विकास होता है उसका आधा 3 वर्ष तक हो जाता है – गुडएनफ
- शिशु का मस्तिष्क कोरी स्लेट होता है जिसे तबुलारासा कहा जाता है – जॉनलॉक
परचुनेट पीरियड (अंशकालीन अवधि)
FAQs
Question – सामान्यत शैशवावस्था की आयु क्या मानी गई है ?
Answer – जन्म से 6 वर्ष
Question – शैशवावस्था सीखने का आदर्श काल है यह कथन है ?
Answer – वैलेन्टाइन
Question – जीवन के पहले 4-5 वर्षों में बालक भावी जीवन की नींव रख लेता है कथन का संबंध किस मनोवैज्ञानिक से है ?
Answer – सिग्मंड फ्रॉयड
Question – शिशु का मस्तिक कोरी स्लेट है जिसे तबला रासा कहा जाता है कथन किस मनोवैज्ञानिक का है ?
Answer – जॉनलॉक
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