मानव विकास जन्म से लेकर मृत्यु तक चलता रहता है | मनोविज्ञान में विकास को विभिन्न अवस्थाओं को विभिन्न विभिन्न वैज्ञानिकों ने अपने तरीके से बताया है | इस पोस्ट में हम गर्भावस्था से लेकर प्रौढ़ावस्था तक की अवस्थाओं का वर्णन देखेंगे अतः आज हम मनोविज्ञान में Vikaas kee avasthaen | विकास की अवस्थाएँ पढ़ेंगे | साइकोलॉजी के अन्य महत्वपूर्ण प्रश्न इस पोस्ट के अंत में दिए गए हैं | भारत में होने वाले विभिन्न शिक्षक एग्जाम के लिए यह प्रश्न काफी महत्वपूर्ण होते हैं | इस पोस्ट को छोटा सार पूर्ण रखा गया है | विकास की अवस्था से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न इस पोस्ट के अंत में दिए गए हैं |
विकास की अवस्थाएँ – Vikaas kee avasthaen (Stages of Development)
श्रीमती हरलॉक के अनुसार विकास की अवस्थाएँ
गर्भावस्था – गर्भधारण से जन्म तक
शैशवावस्था – जन्म से 2 सप्ताह
बचपनावस्था – 2 सप्ताह से 2 वर्ष
पूर्व बाल्यावस्था – 3 से 6 वर्ष
उत्तर बाल्यावस्था– -7 से 14 वर्ष
पूर्व किशोरावस्था – 15 से 17 वर्ष
उत्तर किशोरावस्था – 18 से 21 वर्ष
प्रौढावस्था – 21 वर्ष के बाद
रॉस अनुसार विकास की अवस्थाएँ
शैशवास्था – जन्म से 2 वर्ष
पूर्व बाल्यावस्था – 3 से 6 वर्ष
उत्तर बाल्यावस्था – 7 से 12 वर्ष
किशोरावस्था – 13 से 18 वर्ष
प्रौढावस्था – 18 के बाद
जॉन्स के अनुसार विकास की अवस्थाएँ
शैशवावस्था – जन्म से 6 वर्ष
बाल्यावस्था– 7 से 12 वर्ष
किशोरावस्था – 13 से 18 वर्ष
प्रौढावस्था – 18 के बाद
FAQs
Question – श्रीमती हरलोक के अनुसार शैशवावस्था का समय है ?
Answer – 2 सप्ताह
Question – श्रीमती हरलो के अनुसार पूर्व किशोरावस्था का समय है ?
Answer – 15 से 17
Question – रॉस के अनुसार किशोरावस्था का समय है ?
Answer – 13 से 18 वर्ष
Question – जॉन्स के अनुसार किशोरावस्था का समय है ?
Answer – 13 से 18 वर्ष